प्रवीण कुमार की कहानी है तो पूरी तरह फिल्मी, लेकिन इसका एक-एक पन्ना सच्चाई की कड़वी हकीकत से भरा है। बीते दो सालों में जो कुछ प्रवीण ने झेला उससे उनके पैरालंपिक के रजत का मान और ज्यादा बढ़ जाता है।
https://ift.tt/eA8V8J
शुक्रवार, 3 सितंबर 2021
Home »
Breaking News Latest And Breaking Hindi News Headlines
,
News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala
» पैरालंपिक: एथलेटिक्स छोड़ गांव में खेती करने जा रहे थे प्रवीण, अब जीता रजत पदक
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें