भारत विभाजन के लिए 1947 में न सिर्फ अंग्रेज और मोहम्मद अली जिन्ना जिम्मेदार थे, बल्कि पं. जवाहरलाल नेहरू भी उतने ही जिम्मेदार थे। यदि नेहरू चाहते, तो विभाजन संभव नहीं था।
https://ift.tt/eA8V8J
शनिवार, 2 अक्तूबर 2021
Home »
Breaking News Latest And Breaking Hindi News Headlines
,
News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala
» किताब में दावा: नेहरू चाहते तो नहीं होता देश का लहूलुहान विभाजन, माउंटबेटन से दोस्ती निभाने के लिए किए गैरजरूरी फैसले
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें